सारांश चलाएँ 1 कीड़ों का भयानक कहर (1-14) “यहोवा का दिन करीब है” (15-20) भविष्यवक्ता ने यहोवा को पुकारा (19, 20) 2 यहोवा का दिन; उसकी विशाल सेना (1-11) यहोवा के पास लौटने का बुलावा (12-17) ‘अपने दिलों को फाड़ो’ (13) अपने लोगों को यहोवा का जवाब (18-32) ‘मैं अपनी पवित्र शक्ति उँडेलूँगा’ (28) आकाश और धरती पर अजूबे (30) यहोवा का नाम पुकारनेवालों को उद्धार (32) 3 यहोवा सब राष्ट्रों का न्याय करता है (1-17) यहोशापात की घाटी (2, 12) फैसले की घाटी (14) यहोवा, इसराएल के लिए किला (16) वह अपने लोगों को आशीष देता है (18-21) पिछला अगला प्रिंट करें दूसरों को भेजें दूसरों को भेजें योएल—सारांश बाइबल की किताबें योएल—सारांश हिंदी योएल—सारांश https://cms-imgp.jw-cdn.org/img/p/1001070000/univ/art/1001070000_univ_sqr_xl.jpg nwtsty योएल इस प्रकाशन की कॉपीराइट Copyright © 2024 Watch Tower Bible and Tract Society of Pennsylvania. इस्तेमाल की शर्तें | गोपनीयता नीति | PRIVACY SETTINGS