प्रहरीदुर्ग—अध्ययन संस्करण नवंबर 2013

“प्रार्थना करने के लिए चौकस रहो”

सच्चे मसीहियों को क्यों लगातार प्रार्थना करनी चाहिए? दूसरों के लिए प्रार्थना करने से किन्हें फायदा होता है?

हम दूसरों की ज़रूरतें पूरी करने में कैसे मदद दे सकते हैं?

जानिए कि कैसे पूरी दुनिया में हो रहे यहोवा के साक्षियों के काम के लिए दिए गए दान से दूसरों की शारीरिक और आध्यात्मिक ज़रूरतें पूरी की जाती हैं।

हम कैसे सब्र दिखाते हुए ‘इंतज़ार कर’ सकते हैं?

कौन-सी घटनाएँ दिखाएँगी कि हमारे उस इंतज़ार की घड़ी खत्म हो चुकी है जब यहोवा इस दुष्ट व्यवस्था के खिलाफ कदम उठाएगा? हम परमेश्‍वर के सब्र के लिए एहसानमंदी कैसे दिखा सकते हैं?

जीवन कहानी

परमेश्‍वर की सेवा करना ही उसकी दवा है!

ओनेसमस को जन्म से ऑस्टियोजेनेसिस इम्परफेक्टा नाम की बीमारी है जिसमें हड्डियाँ बहुत कमज़ोर हो जाती हैं। बाइबल में दर्ज़ परमेश्‍वर के वादों से कैसे उसे हिम्मत मिली?

सात चरवाहे, आठ प्रधान—आज हमारे लिए क्या मायने रखते हैं?

हिज़किय्याह, यशायाह, मीका और यरूशलेम के राजकुमारों ने कैसे साबित किया कि वे अच्छे चरवाहे थे? आज सात चरवाहे और आठ प्रधान किन्हें दर्शाते हैं?

यहोवा के चरवाहों की आज्ञा मानिए

निगरानों को परमेश्‍वर की मंडली की चरवाही करने के लिए पवित्र शक्‍ति से नियुक्‍त किया गया है। भेड़ों को उनकी क्यों सुननी चाहिए?

चरवाहो, सबसे महान चरवाहों की मिसाल पर चलिए

जब मंडली में किसी को आध्यात्मिक मदद की ज़रूरत पड़ती है, तो प्राचीन क्या कर सकते हैं? प्राचीन “महान चरवाहे” यीशु मसीह की मिसाल पर कैसे चल सकते हैं?

अतीत के झरोखे से

“मैं एक कछुए की तरह अपने कवच में रहता था”

1929 के आखिर में पूरी दुनिया की आर्थिक व्यवस्था महामंदी की चपेट में आ गयी। ऐसे मुश्‍किल हालात में पूरे समय के प्रचारकों ने कैसे गुज़ारा किया?