उसका विश्वास इससे मज़बूत हुआ
उसका विश्वास इससे मज़बूत हुआ
न्यू यॉर्क की एक औरत ने 32-पेजवाला ब्रोशर, क्या कभी युद्ध के बिना एक संसार होगा? (अँग्रेज़ी) के बारे में लिखा: “इसे पढ़ने के बाद मुझसे लिखे बिना नहीं रहा गया और मैं आपको बताना चाहती हूँ कि इसे पढ़कर मुझे बहुत अच्छा लगा और इसके लिए मैं आपका तहेदिल से शुक्रिया अदा करना चाहती हूँ। हालाँकि मैं यहूदी नहीं हूँ और मेरी परवरिश मेरी माँ ने की जो कि यहोवा की एक साक्षी है। लेकिन फिर भी, किसी साहित्य ने मेरी ज़िंदगी में इतना असर नहीं किया जितना कि इस ब्रोशर ने किया!
“शुरूआत में तो मैं इसे पढ़ने से झिझक रही थी। मैंने सोचा कि यह ब्रोशर तो खास तौर से यहूदियों के लिए तैयार किया गया है इसलिए मैं इसे नहीं समझ पाऊँगी। लेकिन मेरी सोच गलत थी। क्योंकि इसमें लिखी हर बात को बहुत ही साफ और अच्छे ढंग से समझाया गया था।”
इतिहास गवाह है कि कुछ लोगों ने बहुत-सी दुःख-तकलीफें झेली हैं। इनमें से एक हैं यहूदी, जिन पर पिछली सदी में यहूदी जनसंहार के दौरान बड़े ज़ुल्म ढाए गए। हम चाहते हैं कि आप भी क्या कभी युद्ध के बिना एक संसार होगा? (अँग्रेज़ी) इस ब्रोशर को पढ़ें। इसमें ऐसे कई विषयों पर चर्चा की गई है जैसे कि “परमेश्वर दुःख को अनुमति क्यों देता है?” “सच्चे परमेश्वर को जानने का क्या मतलब है?” और “कौन सब जातियों में शांति लाएगा?”
आप और जानकारी के लिए इस कूपन को भरकर नीचे दिए गए पते या अपनी सहूलियत के मुताबिक पेज 5 पर दिए गए किसी भी पते पर भेज दीजिए। (g01 6/22)
□ Will There Ever Be a World Without War? इस ब्रोशर के बारे में मुझे और भी जानकारी भेजिए।
□मुझे घर पर मुफ्त बाइबल अध्ययन कराने के लिए मुझसे मिलिए।