सजग होइए! अंक 3 2018 | अपनों को खोने का गम कैसे सहें?
अपनों को खोने का दर्द हम कैसे सह सकते हैं?
इस लेख में बताया गया है कि जिन्होंने अपनों को खोया है, उन्हें कैसी भावनाओं से गुज़रना पड़ सकता है। यह भी बताया गया है कि वे अपने गम से उबरने के लिए क्या कुछ कर सकते हैं।
मन की तड़प
ज़िंदगी में किसी और बात से इतना दुख नहीं होता जितना कि अपनों को खोने पर होता है, फिर चाहे वह जीवन-साथी हो या रिश्तेदार या फिर एक जिगरी दोस्त। जानिए कि इस बारे में जानकारों का और उन लोगों का क्या कहना है जिन्होंने किसी अज़ीज़ को खोया है।
क्या हो सकता है?
जब किसी के अज़ीज़ की मौत हो जाती है, तो उसे कैसी भावनाओं और मुश्किलों से गुज़रना पड़ सकता है?
गम से उबरने के लिए आप क्या कर सकते हैं?
कुछ ज़रूरी कदम उठाने से कई लोग अपने अज़ीज़ को खोने का गम सह पाए हैं।
दुखी लोगों के लिए सच्चा दिलासा
जिन्होंने अपनों को खोया है, उन्हें बाइबल से सच्चा दिलासा मिल सकता है।
इस अंक में: अपनों को खोने का गम कैसे सहें?
सजग होइए! पत्रिका के इस अंक से उन लोगों को दिलासा मिल सकता है जिन्होंने अपनों को खोया है। इन लेखों से वे जान सकते हैं कि वे दुख से कैसे उबर सकते हैं।