क्या आप जानते हैं?
यहोवा ने ऐसा क्यों कहा कि इसराएली फाख्ता और कबूतर में से कोई भी एक चढ़ा सकते हैं?
मूसा के कानून में फाख्ता और कबूतर का ज़िक्र हमेशा साथ में हुआ है। इसराएलियों से कहा गया था कि वे दोनों चिड़ियों में से किसी भी एक की बलि चढ़ा सकते हैं। (लैव्य. 1:14; 12:8; 14:30) यह इंतज़ाम क्यों अच्छा था? इसकी एक वजह है कि फाख्ता हमेशा नहीं पाए जाते थे। क्यों?
फाख्ता प्रवासी पक्षी होते हैं। वे सिर्फ गर्मियों में इसराएल देश में रहते हैं। हर साल अक्टूबर में वे दूसरे गर्म देशों में चले जाते हैं और फिर वसंत में वापस आते हैं। (श्रेष्ठ. 2:11, 12; यिर्म. 8:7) इस वजह से इसराएलियों के लिए सर्दियों में फाख्ता की बलि चढ़ाना मुश्किल था।
लेकिन जहाँ तक कबूतरों की बात है, वे प्रवासी पक्षी नहीं होते। इसलिए वे साल-भर इसराएल में पाए जाते थे। इसके अलावा, लोग कबूतरों को पालते थे। (यूहन्ना 2:14, 16 से तुलना करें।) बाइबल में बताए पेड़-पौधे और जानवर (अँग्रेज़ी) किताब में लिखा है, “पैलिस्टाइन के सभी गाँवों और कसबों में लोग कबूतर पालते थे। वे घर की दीवारों में छेद करके कबूतरखाने बनाते थे।”—यशायाह 60:8 से तुलना करें।
यहोवा ने इसराएलियों को छूट दी थी कि वे ऐसी चिड़ियों की बलि चढ़ा सकते थे, जो साल-भर इसराएल देश में पायी जाती हैं। इस तरह उसने दिखाया कि वह प्यार करनेवाला और लिहाज़ करनेवाला परमेश्वर है।