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सतर्क रहिए!

क्या ऐसा कभी होगा कि सब लोगों को बराबर समझा जाए?​—इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

क्या ऐसा कभी होगा कि सब लोगों को बराबर समझा जाए?​—इस बारे में पवित्र शास्त्र में क्या लिखा है?

 जाति, रंग या देश को लेकर आज हर कहीं भेदभाव हो रहा है। कई लोगों को लगता है कि ऐसी दुनिया कभी नहीं आएगी जहाँ सबको बराबर समझा जाएगा।

  •   “जहाँ देखो वहाँ, रंग या जाति के नाम पर भेदभाव ज़हर की तरह फैल रहा है। इसका असर संगठनों, समाज और लोगों की ज़िंदगी में साफ देखा जा सकता है। और इसी वजह से कुछ लोग दूसरों को दबाते हैं और उनका हक मारते हैं।”​—संयुक्‍त राष्ट्र के महासचिव, एंटोनियो गुटेरेस।

 तो क्या दुनिया में रंग या जाति को लेकर भेदभाव कभी नहीं मिटेगा? आइए देखें कि इस बारे में पवित्र शास्त्र बाइबल क्या बताती है।

परमेश्‍वर की सोच

 परमेश्‍वर अलग-अलग जाति या रंग के लोगों को किस नज़र से देखता है? ध्यान दीजिए कि बाइबल में क्या बताया गया है।

  •   “[परमेश्‍वर ने] एक ही इंसान से सारे राष्ट्र बनाए कि वे पूरी धरती पर रहें।”​—प्रेषितों 17:26.

  •   “परमेश्‍वर भेदभाव नहीं करता, मगर हर वह इंसान जो उसका डर मानता है और सही काम करता है, फिर चाहे वह किसी भी राष्ट्र का क्यों न हो, उसे वह स्वीकार करता है।”​—प्रेषितों 10:34, 35.

 तो बाइबल से पता चलता है कि धरती पर रहनेवाले सभी लोग एक ही इंसान से आए हैं और परमेश्‍वर सबको बराबर समझता है।

भेदभाव कैसे मिटेगा?

 परमेश्‍वर की सरकार हर तरह का भेदभाव मिटा देगी। इस सरकार के अधीन रहकर लोग सबको बराबर समझेंगे, कोई किसी को नीचा नहीं दिखाएगा। और अगर उनके मन में किसी देश या जाति के लोगों के लिए नफरत है, तो उस नफरत को भी वे मिटा पाएँगे।

  •   ‘धरती के लोग सीखेंगे कि नेकी क्या होती है।’​—यशायाह 26:9.

  •   “सच्ची नेकी की बदौलत हर तरफ शांति होगी, सच्ची नेकी से सुकून और हिफाज़त मिलेगी जो कभी नहीं मिटेगी।”​—यशायाह 32:17.

 आज लाखों लोग बाइबल से सीख रहे हैं कि कैसे सबके साथ आदर से पेश आएँ और किसी को छोटा-बड़ा ना समझें।